जनपद के परडोली ग्राम स्थित श्री भोमेश्वर धाम में आयोजित जन्मोत्सव समारोह में श्रद्धालुओं को अपने आर्शीवचन से लाभान्वित करते हुए अग्रपीठाधीश्वर स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने कहा कि भारत धर्म परायण देश है। जहां आस्था एवं श्रद्धा से लोग धार्मिक मान्यताओं का अनुसरण कर देवी देवताओं को अपने आराध्य के रूप में पूजा करते हैं। महाराजश्री भोमेश्वर धाम पर आयोजित 21वें जन्मोत्सव समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सूर्य भगवान नमस्कार से, भोलेनाथ जल से, विष्णु व लक्ष्मी जी परोपकार करने से प्रसन्न हो जाते हैं।
महाराजश्री ने कहा कि नर से नारायण बनना है तो परोपकार करना पड़ेगा। आस्था एवं श्रद्धा का केन्द्र परडोली धाम आज मानव मातृ की सेवा के साथ-साथ गाय माता की सेवा के प्रकल्प को लेकर काम कर रहा है जो एक सराहनीय प्रयास कहा जा सकता है। मंदिर के भक्त नत्थूसिंह शेखावत को परमार्थ के लिये निस्वार्थ भाव से मानव सेवा व गौ सेवा के लिये साधुवाद देते हुए कहा कि धर्म जगत में श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं। इसी का प्रतिफल है कि परडोली धाम में विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियां प्रतिष्ठापित है और साधना व पूजा अर्चना की स्थली के रूप में प्रचारित हो रहा है।
समारोह में पूर्व विधायक प्रतापसिंह खाचरियावास, पूर्व जिला प्रमुख डॉ. रीटासिंह, सेवानिवृत आरएएस ईश्वरसिंह राठौड़ ने भी अपने विचार प्रकट किये। अतिथियों के स्वागत व आर्शीवाचन में नत्थूसिंह शेखावत ने किया। समारोह में अतिथियों ने यज्ञशाला, अन्न शाला, जल शाला, पाठशाला व गौशाला के शिलालेख का भी लोकार्पण किया। आयोजन समिति की और से सभी अतिथियों का माल्र्यापण, दुपट्टा पहनाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया। जन्मोत्सव समारोह से पूर्व सीकर के श्रीगणेश मंदिर से शाही लवाजमे के साथ निशान पदयात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई परडोली धाम पहुंची जहां श्रद्धालुओं ने निशान अर्पित कर मनौतियां मांगी।
समारोह में दिल्ली से आई झांकी पार्टी ने मनोरम झांकियों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्र मुग्धकर दिया। सभी आगन्तुकों का आभार एवं धन्यवाद रामचन्द्र नेहरा ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन बीडी सिंधी ने किया। दूरदराज से काफी तादात में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।