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बसंतोत्सव पर बच्चों ने किया मातृ-पितृ पूजन व सरस्वती महायज्ञ

नन्हे बच्चों का हुआ विद्यारम्भ संस्कार, नौनिहालों ने स्लेट पर लिखा ओम

दांतारामगढ़ (लिखा सिंह सैनी )। दांता कस्बे के श्री बद्रीनारायण भैरवदत्त खेतान माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर दांता में बसंत पंचमी का पर्व बुधवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर किया गया। विद्या एवं संगीत की देवी मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस वसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजन, मातृ पितृ पूजन दिवस व विद्यारम्भ संस्कार का कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें नन्हें बच्चों ने अपने माता-पिता और गुरुजनों के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण करते हुए विद्या की देवी सरस्वती का पूजन और हवन किया गया। जिसमें आगामी दिनों में विद्यालय में प्रवेश लेने वाले नन्हें बच्चों के माता-पिता ने विद्या की देवी सरस्वती को पूजन कर विद्यारम्भ संस्कार किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। नौनिहालों ने स्लेट पर ओम लिखा। इस आयोजन में माता पिता के साथ-साथ नन्हे-मुन्ने बच्चों के द्वारा भी यज्ञवेदी में आहुति डाली गई। नन्हें-मुन्नों बच्चों के द्वारा आहुति व आरती का दृश्य मन को मोह लेने वाला था।

विद्यारम्भ संस्कार, मातृ पितृ पूजन एवं मां सरस्वती पूजन तथा नई शिक्षा नीति के बारे में बताते हुए विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य नन्दकिशोर तिवाड़ी ने अपनी भूमिका सभी के समक्ष रखी। उन्होंने अपने कहा कि माता-पिता के लिए उनकी संतान ही उनकी वास्तविक पूंजी होती हैं। पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर भारतीय संस्कृति को अपनाने पर जोर दिया। इस दौरान देश के वनांचल एवं सीमा क्षेत्र में अभावों में जीवन जी रहें बंधु जो शिक्षा से वंचित है। उनके लिए भैया-बहिनों ने दांता कस्बे के समाजसेवी व्यापारी बंधुओं से 35 हजार रुपये संग्रह कर विद्या भारती जयपुर जन शिक्षा न्यास को भेजे गए। इस अवसर पर आचार्य आचार्या भैया-बहिनों सहित काफी संख्या में अभिभावक व गणमान्य जन उपस्थित रहे।

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