प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की मल्टी सेक्टोरल बैठक में दिया जागरूकता सन्देश
चूरू, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार एडीएम लोकेश गौतम की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की बैठक आयोजित की गई। एडीएम गौतम ने चूरू को टीबी मुक्त बनाने में सभी की भागीदारी को अहम् बताते हुए कहा कि हमें टीबी के रोगियों के प्रति सकारात्मक रहते हुए जन जागरूकता का काम करना है। पिछले दिनों हमने कोरोना महामारी को भी हराया है। अब सभी के सहयोग से आमजन को जागरूक करते हुए टीबी मुक्त चूरू की मुहिम को साकार करना है। अधिकारियों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपने अधीनस्थ कार्मिकों में भी यदि इस प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो हमें उनका पूरा सहयोग करना है। साथ ही निजी क्षेत्र में भी काम करने वाले कार्मिकों एवं श्रमिकों का इसी प्रकार सहयोग करने के प्रयास करें, ताकि वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत के स्वप्न को साकार किया जा सके।
बैठक में जिला क्षय अधिकारी वेदप्रकाश ने टीबी के लक्षणों, बचाव एवं उपचार के बारें में जानकारी देते हुए कहा कि जिले में हर साल 2500 से 3 हजार मामले आते हैं। हम सभी को मिलकर टीबी से बचाव के लिए काम करना है। उन्होंने नि-क्षय मित्रों की जानकारी देते हुए कहा कि हम सभी आमजन को प्रेरित कर नि-क्षय मित्र बनाकर क्षय रोग से पीड़ित लोगों की सहायता कर सकते हैं। कोई भी नागरिक, जनप्रतिनिधि, गैर सरकारी संस्थान या कॉर्पोरेट संस्थान नि-क्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों की पोषण, शिक्षा व रोजगार में सहायता कर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के कन्सल्टेंट डॉ मानवेन्द्र राठौड़ ने कहा कि हमें टीबी मरीजों के प्रति किसी भी प्रकार की भ्रान्ति नहीं रखनी है। आमजन में टीबी के प्रति जागरूकता लाने से उनका उपचार भी आसानी से होगा।
इस दौरान सीईओ पीआर मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र मीणा, उद्योग महाप्रबंधक नानूराम गहनोलिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला, डीओआईटी संयुक्त निदेशक मनोज गरवा, डीएसओ सुरेंद्र महला, आईसीडीएस के सहायक निदेशक डॉ नरेंद्र शेखावत, डीपीएम दुर्गा देवी ढाका, सानिवि एसई शिशपाल सिंह, डिस्कॉम एसई वीआई परिहार सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।