मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राजीविका सखी सम्मेलन में प्रदेश के कई जिलों की महिलाओं से संवाद किया
मुख्यमंत्री ने सीकर की राजीविका सखी इंद्रोश से भी संवाद किया
सीकर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजीविका जैसे कार्यक्रमों से महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को जयपुर से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) द्वारा आयोजित सखी सम्मेलन को वचुर्वल रूप से सम्बोधित कर रहे थे। जिला स्तरीय कार्यक्रम सीकर में जिला परिषद सभागार तथा नीमकाथाना में आयोजित किया गया। सखी सम्मेलन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत ने सीकर जिले की फतेहपुर क्षेत्र के दीनारपुरा गांव की राजीविका सखी इंद्रोश से भी संवाद किया। इंद्रोश ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह 2019 से राजीविका से जुड़ी हुई है। शुरू में उसने एक छोटी सी दुकान खोली वह पंचायत समिति में कैंटीन चला रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इंद्रोश से इंदिरा रसोई के बारे में भी पूछा।
इसके जवाब में इंद्रोश ने कहा कि इंदिरा रसोई में 8 रुपए में एक व्यक्ति को भरपेट भोजन मिलता है, जबकि सरकार संचालनकर्ता को एक प्लेट के 17 रुपए देती है। इसकी शुरुआत भी 20 अगस्त 2020 से हुई। इंद्रोश ने कहा कि वह महंगाई राहत कैंप और इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना से काफी ज्यादा प्रभावित है।
इंद्रोश ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सुझाव देते हुए कहा कि अन्नपूर्णा फूड पैकेट का वितरण राशन डीलर की बजाय राजीविका से जुड़ी महिलाओं के माध्यम से करवाया जाए ताकी उनकी आमदनी बढ़ सके। इंद्रोश ने बताया कि उसने एमए, बीएड की है। उसके राजीविका ग्रुप का नाम श्री हनुमान और ग्राम संगठन का नाम श्री ज्ञानदास है। इंद्रोश ने बताया कि उसे कैंटीन से हर महीने 20 हजार से ज्यादा रुपए की आमदनी हो जाती है। मुख्यमंत्री ने इंद्रोश से कहा की वह कभी आकर उसकी कैंटिन पर चाय जरूर पीकर जाएंगे।
कार्यक्रम में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार गढ़वाल,अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर मनमोहन मीणा, उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल, डीपीएम राजीविका अर्चना मौर्य सहित बडी संख्या में सखी महिलाएं उपस्थित रही।