राज्य अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ मंत्री ने किया सद्भावना मंडप सहित विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण,
राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज, राज्य वक्फ बोर्ड चेयरमैन खानू खान बुधवाली, नगरपरिषद सभापति पायल सैनी, एडीएम लोकेश गौतम, प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
चूरू, राज्य अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा है कि जननायक व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्णयों से प्रदेश में हर तरफ खुशहाली है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गरीब और वंचित के प्रति अपने संवेदनशील निर्णयों से राहत पहुंचाई है। राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश विकास के क्षेत्र में हर दिन
नई इबारत लिख रहा है।
अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ मंत्री शाले मोहम्मद शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर सद्भावना मंडप में राजकीय अल्पसंख्यक बालक आवासीय विद्यालय का शिलान्यास और पीएमजेवी योजनान्तर्गत निर्मित सद्भावना मण्डप व राजकीय पारख बालिका उमावि एवं राजकीय बागला उमावि चूरू में करवाए गए विस्तार कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्णयों से प्रदेश के गरीब और वंचित तबके के लोगों को राहत पहुंचाई है। प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति आई है।
मंत्री मोहम्मद ने कहा कि प्रत्येक जिला मुख्यालय पर जवाहर नवोदय विद्यालय की तर्ज पर आवासीय विद्यालय खोले जाने की योजना है। इसी क्रम में यहां आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 104 बच्चों को एडमिशन दे दिया गया है। आगामी 2 साल में यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला मुख्यालय और उपखंड स्तर पर अल्पसंख्यक हॉस्टल भी बनाए जाएंगे।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत एक संरक्षक के रूप में राज्य क जनता की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री और राज्य सरकार ने ‘‘जो कहा वो किया‘‘ और धरातल पर अपने निर्णयों व विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने सभी वर्गों के प्रति अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए ऎतिहासिक निर्णय लिए हैं। आज समाज का प्रत्येक नागरिक सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्त है। राज्य सरकार ने गांव-गली से लेकर ग्रामीण और शहरी प्रतिभाओं को निखारने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण व शहरी ओलंपिक खेल, ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में रोजगार गारंटी योजनाएं, पशुपालकों के लिए कामधेनु पशुधन बीमा योजना, विद्यार्थियों के लिए अनुप्रति कोचिंग योजना, गृहिणी महिलाओं को संबल देने के लिए इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 500 रुपए में सिलेंडर मुहैया करवाने जैसे ऎतिहासिक फैसले लेकर आमजन तक पहुंच बनाने का काम किया है।
इस अवसर पर राज्य वक्फ बोर्ड के चैयरमेन खानू खां बुधवाली ने कहा कि राज्य सरकार ने जनकल्याण के फैसले लेकर प्रदेश के अंतिम छोर के व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है। जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश की जनता का हक है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार अल्पसंख्यकों के कल्याणार्थ हेतु प्रतिबद्ध है। सरकार की ओर से अल्पसंख्यकों के लिए मदरसा आधुनिकीकरण, अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय, अल्पसंख्यक छात्रावास, अल्पसंख्यक उच्च शिक्षा छा’त्रवृति, अनुप्रति कोचिंग योजना, कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना, अल्पसंख्यक संस्था प्रमाण पत्र, बेगम हजरत महल, प्री- मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक, मेरिट कम मीन्स सहित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है।
इस दौरान सभापति पायल सैनी, पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा, पूर्व सभापति गोविंद महनसरिया, प्रदेश स्तरीय पंद्रह सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन कमेटी के रियाजत खान, एडीएम लोकेश गौतम ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन प्रोफेसर डॉ शमशाद अली ने किया।
कार्यक्रम में मंचस्थ अतिथियों ने राजकीय अल्पसंख्यक बालक आवासीय विद्यालय के लिए 12 बीघा जमीन दान करने वाले भामाशाह हाजी हनीफ खां नसवाण और विद्यालय के लिए रास्ता दान स्वरूप भेंट करने वाले भामाशाह याकूब थीम को साफा पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इस दौरान जिला वक्फ कमेटी के संरक्षक जमील चौहान, हाजी युसुफ खां चौहान, पूर्व सभापति चांद मोहम्मद छींपा, सेवानिवृत्त पुलिस उपअधीक्ष वाहिद अली खां, पूर्व सरपंच जंगशेर खां, इलियास नसवाण, बसीर खां, पूर्व पार्षद बाबू इस्माइल, पार्षद युसुफ खां मोयल, पूर्व सरपंच रामनिवास सहारण, हेमंत सिहाग, सिराज जोईया, आरिफ पीथिसर, एडीपीसी सांवरमल गहलोलिया, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद नियाज खान, कार्यक्रम अधिकारी मुकेश धनकड़, सुनीता बाकोलिया, पार्षद रामेश्वरलाल नायक, एडवोकेट सद्दाम हुसैन, ज्योति सिंह सहित अल्पसंख्यक विभाग के कर्मचारी, मदरसा शिक्षा सहयोगी, जनप्रतिनिधिगण, समाजसेवी व बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।