Video News – राजस्थान में सीएम उम्मीदवार को लेकर एक बात तो हो चुकी है तय !
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पद पर विष्णु देव साय के नाम पर लगी मुहर से निकले मायने
जयपुर/ झुंझुनू, राजस्थान में इन दिनों सबसे बड़ी सियासी चर्चा यही चल रही है कि कौन बनेगा राजस्थान का मुख्यमंत्री। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी में रस्सा कस्सी का दौर लगातार जारी है वहीं निवृतमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस पर तंज कसने से पीछे नहीं रहे हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि जैसे ही आज छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम पर मोहर लगी है उससे एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री का चेहरा अब कोई आदिवासी समाज से नहीं होगा जिसके चलते किरोड़ी लाल मीणा अब मुख्यमंत्री की रेस से बाहर समझ जा रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विष्णु देव साय जो छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे वह खुद आदिवासी समाज से आते हैं। भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा आदिवासी, सामान्य वर्ग और ओबीसी वर्ग से ही निकलने का प्रयास कर रही थी जिसके चलते अब छत्तीसगढ़ की चर्चाओं पर विराम लग चुका है। वही मध्य प्रदेश में यदि फिर से एक बार मामा ही यानी शिवराज सिंह चौहान ही मुख्यमंत्री बनाए जाते हैं तो राजस्थान में सामान्य वर्ग से मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। वहीं यदि वहां पर सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो यहां से किसी ओबीसी वर्ग के व्यक्ति को भी मौका मिल सकता है।
लेकिन भाजपा के चुनाव के दौरान और चुनाव के परिणाम के बाद जितने भी नाम चर्चा में थे उनसे अलग हटकर भी कुछ नए नाम अब नजर आने लगे हैं। जो पिछले दो-तीन दिन से ही चर्चा में आए हैं इनमें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल का नाम भी सामने आया है। लेकिन राजस्थान के मामले में मुख्यमंत्री के फेस पर अभी पेच फंसा हुआ प्रतीत हो रहा है क्योंकि आज फिर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर विधायकों का पहुंचना शुरू हो गया। मिल ही जानकारी के अनुसार आज भी 10 से अधिक संख्या में विधायक पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे हैं वहीं पिछले दिनों भी यह संख्या 45 बताई जा रही थी।
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में पर्यवेक्षक के रूप में गृहमंत्री राजनाथ सिंह सरोज पांडे और विनोद तावड़े को नियुक्त कर दिया है। जो विधायकों से मिलकर सोमवार को राय जानेंगे लेकिन सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यह बैठक मंगलवार के लिए भी टल सकती है। लेकिन मुख्यमंत्री यदि अनुभवी व्यक्ति को बनाया जाता है तो नए चेहरे उपमुख्यमंत्री के रूप में देखने को मिलेंगे और यदि किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री का ताज राजस्थान में पहनाया जाता है तो हो सकता है कि जो दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएं उसमें से एक महिला और दूसरा व्यक्ति अनुभवी हो। इसमें किरोड़ी लाल मीणा का नंबर भी आ सकता है लेकिन हाल फिलहाल जिस तरीके से छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज से मुख्यमंत्री के नाम विष्णु देव साय पर मोहर लगा दी गई है। ऐसे में किरोड़ी लाल मीणा को राजस्थान में मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना भी अब पूरी तरह से धूमिल हो चली है। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट