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विजयलक्ष्मी पंडित की जयंती और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि मनाई

आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में

सूरजगढ़, आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में गांधी कृषि फार्म सूरजगढ़ में देश की प्रथम महिला कैबिनेट मंत्री, संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रथम महिला अध्यक्ष, मास्को, लंदन और वाशिंगटन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम महिला राजदूत, लोकसभा सदस्य और संविधान सभा की सदस्य, महान स्वतंत्रता सेनानी विजयलक्ष्मी पंडित की जयंती मनाई। इसके साथ ही स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, आजाद हिंद फौज के सेनापति, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि मनाई। इस मौके पर दोनों स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए देश की आजादी में उनके संघर्ष और योगदान को याद किया। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि विजय लक्ष्मी पंडित एक ऐसा नाम है जो कि महिला सशक्तिकरण का मज़बूत उदाहरण है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़कर भाग लिया था और देश की आजादी के लिए कई बार जेल गई। विजयलक्ष्मी पंडित 1937 में देश की पहली महिला मंत्री बनी थीं और इसी वर्ष वह संयुक्त प्रांत की प्रांतीय विधानसभा के लिए निर्वाचित हुईं और स्थानीय स्वशासन और सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री के पद पर नियुक्त की गईं। विजय लक्ष्मी पंडित सन 1946 में तथा उसके बाद के कई वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र में किसी राष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला थीं। 1947 में वह विश्व की प्रथम महिला राजदूत बनीं जिन्होंने तीन राजधानियों मास्को, वाशिंगटन और लंदन में राजदूत के पद पर कार्य किया। संविधान निर्माण के दौरान उन्होंने महिलाओं के अधिकारों की बात पुरजोर से उठाई। काफी समय तक वह लोकसभा की सदस्य की रही। 1953 में वह संयुक्त महासभा की प्रथम निर्वाचित महिला अध्यक्ष बनी। महाराष्ट्र की राज्यपाल भी रही और इस तरह विजय लक्ष्मी पंडित हर बड़े पद पर काबिज़ रहने वाली प्रथम महिला भी बनती रही। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारतीय स्वाधीनता संग्राम के उन योद्धाओं में से एक थे, जिनका नाम और जीवन आज भी करोड़ों देशवासियों को मातृभूमि के लिए समर्पित होकर कार्य करने की प्रेरणा देता है। महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह को “नेपोलियन की पेरिस यात्रा” की संज्ञा देने वाले सुभाष चंद्र बोस का एक ऐसा व्यक्तित्व था, जिसका मार्ग कभी भी स्वार्थों ने नहीं रोका। जिसके पांव लक्ष्य से कभी पीछे नहीं हटे। नेताजी में सच्चाई के सामने खड़ी होने की अद्भुत क्षमता थी। देश की आजादी में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस मौके पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य चाँदकौर, धर्मपाल गांधी, राजेंद्र कुमार, सुनीता, सुनील गांधी, पिंकी नारनोलिया, चमेली, दिनेश कुमार, सोनू कुमारी, अंजू गांधी, अमित कुमार, गणेश, इशांत आदि अन्य लोग मौजूद रहे।

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