स्थानीय लाम्बा कोचिंग कॉलेज परिसर मे सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143 वीं लयंती और भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी का शहीदी दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। संस्था निदेशक शुभकरण लाम्बा,पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी व साहित्यकार लियाक्त अली खा,शिक्षाविद टेकचन्द शर्मा ,स्वतंत्रता सेनानी भगवती प्रसाद शर्मा प्रो. प्रमोद पूनिया, महावीर चारण, प्रो.रतनलाल पायल व सैंकड़ो सेना भर्ती के प्रशिक्षणार्थीयो ने उनको श्रदासुमन अर्पित किये। संस्था निदेशक लाम्बा ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल और इन्दिरा गांधी आधुनिक भारत की एकता व अखण्डता के शिल्पकार ही नही बल्कि स्वतंत्रता आन्दोलन के महान् नायक भी थे। उन्होने बोलते हुए कहा इन्दिरा गांधी ने तो देश की एकता और अखण्डता के लिए तो अपने प्राणों की बलि दे दी। लाम्बा ने कहा कि पटेल व इन्दिरा हमारे दिलो की एकता और मातृभूति की भौगोलिक एक जुटता के प्रतीक थे। पूर्व शिक्षा अधिकारी खां ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन्दिरा ने अपने शहिदी दिवस के दो दिन पूर्व कहा था कि यदि उन्हे मार दिया जाता है तो उनके शरीर का एक-एक कतरा देश की एकता व अखण्डता को मजबूत करेगा।