जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल के निर्देश पर गुरूवार को जयपुर से आई आरयूआईडीपी की टीम के सदस्यों ने चूरू-रतननगर रोड़ पर निर्मित ओवर ब्रिज की टूट-फूट का मौका निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर भी उपस्थित थे। मौका निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने ओवर ब्रिज के नीचे एवं ऊपर जाकर समस्त टूट-फूट एवं भविष्य में ओवर ब्रिज में क्रेक आने की संभावना का देखा। उन्होंने टीम के सदस्यों को निर्देशित किया कि वे सार्वजनिक निर्माण विभाग चूरू के अभियंताओं से समन्वय रखते हुए ओवर ब्रिज की टूट-फूट की त्वरित रिपोर्ट प्रस्तुत करे ताकि मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके। जिला कलक्टर ने टीम सदस्यों से कहा कि ओवर ब्रिज की टूट-फूट का भली भांति निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि भविष्य में इस तरत की खामियां न आ सके। आरयूआईडीपी विशेषज्ञ टीम के सदस्य कंस्लटेंट जी.पी.शर्मा ने बताया कि ओवर ब्रिज पर आई समस्या का मुख्य कारण वाहनों का ओवर लोडिंग है जिस का समाधान किया जाना आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान आरयूआईडीपी टीम के सदस्य अधीक्षण अभियंता के.एम.मण्डावरिया, कन्सलटेंट जी.पी.शर्मा व प्रवीण जसोरिया, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता रामहित मीणा, नेशनल हाई-वे के अधिशाषी अभियंता विनोद शर्मा, आरयूआईडीपी के अधिशाषी अभियंता दिनेश शर्मा ओवर ब्रिज निर्माण कम्पनी – गोतम कन्स्ट्रक्शन के ठेकेदार प्रतिनिधि राहुल भट्ट सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे। जिला कलक्टर ने आरयूआईडीपी जयपुर के अभियंताओं एव ठेकेदार प्रतिनिधि को निर्देशित किया कि वे रिपोर्ट आने के बाद ओवर ब्रिज की समस्त खामियों को त्वरित दुरूस्त करना सुनिश्चित करें ।