कुत्ता सबसे पुराना पालतू जानवर है, परन्तु कुछ जूनोटिक बीमारियों का खतरा भी इससे जुडा हैं| घर का पालतू,…
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पशुगणना 2012 के अनुसार राजस्थान में लगभग 90 लाख भेड़े हैं| राजस्थान में पाई जाने वाली भेड़ों की मुख्य नस्लों…
Read More »राजस्थान की शुष्क जलवायु और अकाल की समस्या के कारण पशुओ के लिए वर्षभर हरा चारा उपलब्ध नहीं हो पाता…
Read More »‘हे’: एक परिचय ‘सूखा हरा चारा’ जिसमे शुष्क पदार्थ लगभग 85-90 {44d7e8a5cbfd7fbf50b2f42071b88e8c5c0364c8b0c9ec50d635256cec1b7b56},रंग हरा और पत्तियों की अधिक मात्रा हो उसे…
Read More »बारिश का मौसम शुरू हो चुका हैं| इस मौसम मे पशुओं मे मुख्यतया निम्न रोग अधिक देखे जाते हैं- फूट-रॉट/…
Read More »वर्षा ऋतु मे पशुओं की आहार व्यवस्था- पशुओं के दाने-चारे के बारिश मे भीग जाने पर उसमे फंगस लग जाती…
Read More »मानसून आते ही गाय-भैंस में गलघोटू और लंगड़ा बुखार रोग का प्रकोप देखा जाता है| अतः सभी पशुओ का मानसून…
Read More »नवजात बछडे या बछडी को दिया जाने वाला सबसे पहला और सबसे जरूरी आहार है मां का पहला दूध, अर्थात्…
Read More »भेड़-बकरियों में मुख्यतया फड़कीया, कन्टेजियस-इक्थाईमा, पी.पी.आर. और पॉक्स रोग का प्रकोप अधिक पाया जाता हैं| -:फड़कीया:- फड़कीया रोग का रोगकारक…
Read More »“मुंहपका-खुरपका रोग” एक ज़ूनोटिक रोग हैं जो पशुओं से मनुष्यों में भी फ़ैल सकता हैं|मुंहपका खुरपका रोग विषाणु (पिकोरना वायरस)…
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