जिला कलक्टर की अध्यक्षता में विडियो कॉफ्रेसिंग से जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
चूरू, जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप गावंडे ने जिले में कोविड-19 के कोरोना जांच नमूने बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जांच नमूने बढ़ाने पर ही जिले में सामुदायिक संक्रमण को रोका जा सकता है। जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड-19 में अब तक किये गये कार्यों की जिला कलक्टर ने प्रशंसा की। जिला कलक्टर डॉ. गावंडे शुक्रवार को राजीव गांधी अटल सेवा केन्द्र में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिले के सभी ब्लॉक के बीसीएमओ व चिकित्सा अधिकारियों को विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने चिकित्सा विभाग के ब्लॉक अनुसार जिले में अब तक हुये कोरोना नमूनों के आंकड़ें व शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आये संक्रमितों व रिकवरी हुये लोगों के बारे में चर्चा की। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भंवरलाल सर्वा ने जिले में कोविड-19 के लिये किये गये प्रबंधन व लगातार मॉनिटरिंग के बारे में बताया।
जिला कलक्टर ने ब्लॉक स्तर से नमूने बढ़ाने के साथ शहरी क्षेत्र में कोरोना संक्रमित वार्ड व ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत व राजस्व ग्राम के अनुसार नमूने बढ़ाने के लिये कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वार्ड में जहां ज्यादा संक्रमित मरीज है उनमें कार्ययोजना बनाकर एक साथ नमूने लिये जायें। इसी तरह ग्रामीण स्तर पर भी जिन गांवों में ज्यादा संक्रमित आये है वहां के लिये अलग से सर्वे व नमूना लेने का प्लान बनाया जाये। उन्होंने कहा कि जिले में जिन क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या अधिक है वहां पर अलग से प्लान बनाकर नमूने नियमित रूप से लिये जाये। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर प्रबंधन के लिये सीधे तौर पर बीसीएमओ की जिम्मेदारी है। बीसीएमओ अपने स्तर पर टीमों का गठन कर नमूनों के साथ सर्वे करवाने पर पूरी गंभीरता बरतें। ऑनलाइन के लिये मिशन लिसा ऎप से रिपोर्टिंग करने के पर भी जोर दिया। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवकरण गुरावा ने जिले में अब तक लिये गये नमूनों व कोरोना संक्रमितों व रिकवरी हुये लोगों के आंकड़ें प्रजेंटेंशन के माध्यम से बताये। उन्होंने आयु वर्ग के अनुसार बताया कि जिले में 20 से 49 आयु वर्ग के लोग सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित है। इसके अलावा पिछले दस दिन में बढ़ाये गये नमूनों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने ब्लॉक अनुसार नमूने बढ़ाने के लिये सरदारशहर व तारानगर बीसीएमओ को निर्देश दिये। आरसीएचओ डॉ. सुनील जांदू ने ब्लॉक अनुसार गर्भवती महिलाओं व नवजात के टीकाकरण के लक्ष्य पूरे करने तथा राजश्री योजना की किश्तों के भुगतान पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि 12 सप्ताह के पहले गर्भवती महिला का रजिस्ट्रेशन आवश्यक हैं। ऎसे में कई चिकित्सा संस्थान गर्भवती महिला का 12 सप्ताह के बाद रजिस्ट्रेशन करते हैं। जिससे गर्भवती महिला की चार एएनसी जांच समय पर नहीं हो पाती। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी सुविधा वहां डिलेवरी करवाना आवश्यक है। बैठक में परिवार नियोजन के लक्ष्यों के साथ परिवार नियोजन साधनों के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया गया। इस दौरान जिला लेखा प्रबंधक सुरेन्द्र बराला ने कोविड-19 के तहत आवंटित बजट के संबंध में उपयोगिता प्रमाण पत्र भेजने व अन्य मांगों के संबंध में डिमांड भिजवाने के निर्देश दिये गये। वीसी में बीसीएमओ डॉ. अहसान गौरी, लेखाधिकारी प्रवीण सिंघल, पीएमओ डॉ. गोगाराम, डॉ. मेघराज, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशीष खण्डेलवाल, संग्राम सिंह, डॉ. लाड कंवर, एनसीडी सन्वयक प्रेमशंकर शर्मा, सत्तार खान, समन्वयक राजकुमार बैरवा मौजूद थे।