पानी के बढ़ कर आये बिलो के विरोध में सोमवार को कलेक्ट्रेट पर महिलाओं व पुरूषों ने विरोध प्रदर्शन कर बिलों की प्रतियां जलाई। साथ ही धरना देकर जिला कलेक्टर को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। धरने की अध्यक्षता सावित्री देवी जानू ने की। संचालन पूर्व नौ सैनिक महावीर दडिय़ा ने किया। धरने को फुलचद बडबर, रामचन्द्र, केप्टन मोहन लाल, फुलचंद ढ़ेवा, सदीक खां आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा की जलदाय विभाग की मनमानी के चलते आमजन को जहां पानी के लिए आए दिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है वहीं जलदाय विभाग अब उनके जख्मों के ऊपर नमक लगाने का काम भी कर रहा है। जलदाय विभाग ने बिलों में 550 बढ़ाकर बिलो का वितरण किया है। पूछने पर जलदाय विभाग के आला अधिकारियों ने बताया कि जिन घरों में पानी के मीटर नहीं लगे हैं उनके 550 प्रति बिल बढ़ाकर वितरण किए जा रहे हैं जबकि लोगों ने बताया कि बिना किसी नोटिस के दिए गए इस तरीके से बिल एक तरह से जलदाय विभाग का तुगलकी फरमान है जिसको झुंझुनू की जनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। अगर जलदाय विभाग अपनी बिलो में बढ़ी दर वापस नहीं लेता है तो झुंझुनूं की जनता सडक़ों पर उतर कर उग्र आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। प्रतिनिधि मण्डल द्वारा जिला कलेक्टर से मिलने पर कलेक्टर ने जलदाय विभाग अधिकार को फोन कर पानी सप्लाई दुरस्त करने, बिलो में बढक़र आई राशि का सामाधान करने का निर्देश दिये। वहीं प्रशासन के आश्वासन के बाद सात दिन के लिए महापड़ाव हटा लिया गया है।