पिलानी[अतुल अग्रवाल ] नरहड़ गांव की गरीब विधवा महिला का बारिश में जो मकान क्षतिग्रस्त हो गया था का मामला मिडिया में लगातार आने के बाद भी अभी तक कोई सुनवाई नही हो रही है। इस मामले में एक विधवा महिला जिसका मकान बारिश आने पर क्षतिग्रस्त हो गया तथा चारदीवारी भी टूट गई है। दोनों कमरों इतने क्षतिग्रस्त हो चुके है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। गांव के वार्ड न 11 में रहने वाली इस विधवा महिला का नाम शकीला है। जिसके 3 बेटियां हैं जिनका नाम साहिबा वह नाजिया एवं साजिया है। घर में कोई कमाने वाला भी नहीं है इन बच्चों के पिता की ढाई साल पहले विदेश में मृत्यु हो गई थी जिनका नाम मोहम्मद अली है। असहाय व गरीब महिला जगह-जगह मकान की गुहार लगा रही है जिसकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। अधिकारी इसको अनदेखा कर रहे हैं तथा गांव के सरपंच द्वारा भी अभी किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। वही आज सूर्यकांत पुजारी जिला सचिव मानव अधिकार एवं न्याय सुरक्षा आयोग संगठन ने पिड़ीत महीला के घर जाकर निरीक्षण किया है जिसमें उनहोने पाया की मकान की दिवारे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है तथा चारदीवारी भी टूटी हुई मिली है घर पर आय का कोई स्रोत नहीं है जिला आयोग सचिव सूर्यकांत ने महिला को आश्वासन दिया है कि वह उच्च अधिकारी से मिलकर मदद दिलाएंगे और आज सूर्यकांत पुजारी एवं सतपाल पुनिया ने अधिकारियों से मिलकर पीड़ित महिला के बारें में जानकारी भी प्राप्त की है। वही राष्ट्रीय सचिव भावना स्वामी ने भी इस मामले की जानकारी प्राप्त कर पीड़ित महिला से बात की। आज जब इस संगठन व मीडिया कर्मी ने महिला के घर का निरिक्षण किया तो इनके सामने वह फूट फूट कर रोने लगी। गौरतलब है कि अभी तक महिला का बी पी एल कार्ड भी नही बना है।