संभागीय आयुक्त टी. रविकांत ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में फतेहपुर, नीमेाथाना,खण्डेला, दांतारामगढ़ एवं श्रीमाधोपुर में विधानसभावार मुख्यमंत्री जनसंवाद में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के लिए समीक्षा बैठक लेकर संबंधित अधिकारियों से अब तक की प्रगति से रूबरू हुए। उन्होंने जलदाय विभाग के एसई को निर्देश दिये कि गर्मी के मौसम में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या बनी रहती है उनका हर संभव निराकरण करें। आगामी तीन महिनों में कहीं भी पेयजल की समस्या नहीं हो की प्राथमिकता से पेयजल आपूर्ति करना सुनिश्चित करें। सभी अधिकारियों को संवेदनशील रहकर अपने अधिनस्त क्षेत्रों में कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारियों से लगातार सामंजस्य बनाये रखें ताकि पेयजल आपूर्ति में परेशानियों उत्पन्न नहीं हो। संभागीय आयुक्त ने जनसंवाद में प्राप्त शिकायतों की विभागवार प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि जनसंवाद में परिवादियों द्वारा दी गई शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता करना सुनिश्चित करें ताकि लोगों को सुविधाएं एवं योजनाओं का लाभ मिल सकें। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा शकायतों का प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बरदास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं सामाजिक न्याय विभागों एवं जनता से जुड़ी हुई प्राथमिकताओं को शीघ्र निस्तारण करें। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि विद्यालयों को आवंटित खेल मैदानों पर हो रहे अतिक्रमणों को पुलिस से सहयोग लेकर हटाने की कार्यवाही करें साथ ही जिन विद्यालयों में बालिका शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है वहां के सरपंच से प्रस्ताव पास करवा कर शीघ्र निर्माण करवाने के निर्देश दिये।
जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने जनसंवाद की शिकायतों के निस्तारणों की विभागवार जानकारी दी। उन्होंने विधानसभावार रींगस में फुट ऑवर ब्रिज, खेल मैदान, धोकधड़ी करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही, जिला कलेक्ट्रेट में पार्किंंग व्यवस्था, असबाउी विस्तार, गरीब परिवारों को विद्युत कनेक्शन से जोड़ना एवं राजस्व शिविरों में प्री कैम्प लगा कर पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करना आदि विभागों की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश, एसई जलदाय, विद्युत, पीडब्ल्यूडी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुपम कायल, उप वन संरक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी, चिकित्सा, वाटर शैड आदि विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।