संयुक्त मोर्चे के 13 सूत्री मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन की कड़ी में दूसरे दिन भी धरना जारी रहा धरने की अध्यक्षता कामरेड महावीर प्रसाद शर्मा व सीटू के कामरेड झाबर सिंह जाखड़ तथा बनवारी लाल जुलानिया ने की। धरने को कामरेड चंद्र सिंह भूकर व सीटू के आगार सचिव सचिव कामरेड सांवरमल यादव ने संबोधित करते हुए कहा है कि राजस्थान सरकार रोडवेज प्रशासन ने रोडवेज कर्मियों रोडवेज कर्मचारियों की जायज मांगों पर सकारात्मक वार्ता नहीं करने पर अब संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर घोषित दो दिवसीय हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । जनवादी तरीके अपनाने के बावजूद भी राजस्थान की सरकार की हठधर्मिता के कारण रोडवेज कर्मचारी 25 व 26 जुलाई को दो दिवसीय हड़ताल पर जाने के कारण राजस्थान की जनता को होने वाली यातायात की परेशानी की जिम्मेवारी रोडवेज कर्मचारी की न होकर राजस्थान सरकार के यातायात मंत्री व निगम प्रशासन की होगी । संयुक्त मोर्चा के प्रवक्ता ने बताया है कि हड़ताल 24 तारीख की रात 12:00 बजे से प्रारंभ होकर 26 जुलाई की रात्रि 12:00 बजे तक 48 घंटो की होगी । सीकर आगार के नेतृत्वकारी साथियों द्वारा प्राइवेट बस व ऑटो चालको यूनियन अन्य कर्मचारी संगठनों ने संपर्क कर हड़ताल में सहयोग की अपेक्षा की है।