झुंझुनूताजा खबर

धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखित पुस्तक “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” का हुआ विमोचन

सूरजगढ़, राष्ट्रीय साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थान आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित लिखित पुस्तक ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’ वर्तमान अंकुर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है, जिसका विमोचन नोएडा मीडिया सेंटर गंगा शॉपिंग सेंटर में किया गया। वर्तमान अंकुर प्रकाशन के मुख्य संपादक निर्मेश त्यागी, साहित्य संपादक सुनीता सोनू, भाजपा नेत्री शारदा चतुर्वेदी, एस के सूद पूजा, रचना जैन, अंजू गाँधी, राजेंद्र कुमार गाँधी, इंद्र सिंह शिल्ला, उम्मेद शिल्ला, सतीश गाँधी, राजदीप सिंह आदि के द्वारा लेखक धर्मपाल गाँधी की मौजूदगी में “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक के लेखक धर्मपाल गाँधी ने बताया कि हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ पुस्तक स्वाधीनता आंदोलन पर आधारित है। स्वतंत्रता संग्राम में पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी कंधे से कंधा मिलाकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी। देश में ज्यादातर लोग अपनी जाति या धर्म के नाम के महापुरुषों को खोजने का प्रयास करते हैं; चाहे उनका आजादी के आंदोलन में तनिक भी योगदान नहीं रहा हो फिर भी उनका महिमा मंडन करते हैं। गुलाम भारत में आज से 150 वर्ष पहले महिलाओं का घर से निकलना इतना आसान नहीं था। रूढ़िवादी समाज के बंधनों से आजाद होना बहुत मुश्किल था। महिलाओं ने भारत की आजादी के साथ-साथ खुद की स्वतंत्रता के लिए भी संघर्ष किया। महिलाओं के योगदान का वर्णन किये बिना भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास अधूरा है। यह पुस्तक इतिहास में महिलाओं की इस विरासत को उजागर करने का एक प्रयास है। स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाली महिला स्वतंत्रता सेनानियों की संख्या बहुत ज्यादा है। प्रस्तुत पुस्तक “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” में स्वतंत्रता सेनानी व देश की प्रथम महिला राज्यपाल भारत कोकिला सरोजिनी नायडू, देश की प्रथम स्वास्थ्य मंत्री स्वतंत्रता सेनानी राजकुमारी अमृत कौर, स्वतंत्रता सेनानी कमला देवी चट्टोपाध्याय, स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा की सदस्य विजयलक्ष्मी पंडित, स्वतंत्रता सेनानी और देश की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी, महिला सशक्तिकरण की प्रतीक स्वतंत्रता सेनानी कस्तूरबा गाँधी, स्वतंत्रता सेनानी कमला नेहरू, स्वतंत्रता सेनानी प्रभावती देवी, स्वतंत्रता सेनानी डॉ. सुशीला नायर, स्वतंत्रता सेनानी और प्रथम लोकसभा सदस्य मणिबेन पटेल, स्वतंत्रता सेनानी और महान सामाजिक कार्यकर्ता जानकी देवी बजाज, स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा की सदस्य दुर्गाबाई देशमुख, स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा की सदस्य हंसा मेहता, स्वतंत्रता सेनानी अरुणा आसफ अली, स्वतंत्रता सेनानी और महान सामाजिक कार्यकर्ता उमाबाई कुंदापुर, स्वतंत्रता सेनानी अंजलाई अम्मल, स्वतंत्रता सेनानी और महान सामाजिक कार्यकर्ता एनी बेसेंट, स्वतंत्रता सेनानी बसंती देवी, स्वतंत्रता सेनानी रमादेवी चौधरी, स्वतंत्रता सेनानी व संविधान सभा की सदस्य और प्रथम लोकसभा सदस्य अम्मू स्वामीनाथन सहित 20 महिला स्वतंत्रता सेनानियों को पुस्तक में शामिल किया गया है। शेष महिला स्वतंत्रता सेनानियों को हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ भाग-2 में शामिल किया जायेगा। यह पुस्तक प्रयागराज की कवयित्री रेनू मिश्रा दीपशिखा ने मुझे लिखने के लिए प्रेरित किया। मैं उनका तहेदिल से आभार व्यक्त करता हूँ। महिला क्रांतिकारियों के सम्मान में ऐतिहासिक पुस्तक प्रकाशित करने के लिए वर्तमान अंकुर प्रकाशन के मुख्य संपादक निर्मेश त्यागी सहित अंकुर साहित्य परिवार का आभार व्यक्त करता हूँ।

Related Articles

Back to top button