जिला स्तरीय गाँधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर में दी सरकारी योजनाओं की जानकारी, दिए व्याख्यान
चूरू, जिला मुख्यालय स्थित कमला टाउन हॉल में शनिवार को मुख्य अतिथि राजस्थान क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष एवं विधायक पदमश्री कृष्णा पूनियां, राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास आयोग अध्यक्ष पवन गोदारा, मुख्य प्रवक्ता सतीश रॉय तथा जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिला स्तरीय दो दिवसीय गाँधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ किया। इस मौके पर राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास आयोग अध्यक्ष पवन गोदारा, मुख्य प्रवक्ता सतीश रॉय, महात्मा गाँधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक डॉ दुलाराम सहारण एवं उपखण्ड संयोजक रियाजत खान, एसीईओ हरिराम चौहान, चूरू एसडीएम उगमसिंह राजपुरोहित, चूरू तहसीलदार धीरज झाझड़िया तथा रतनगढ़ एसडीएम अभिलाषा चौधरी ने महात्मा गाँधी की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सामाजिक कार्यकर्ता विकास मील, जमील चौहान, हर्ष लाम्बा, हेमंत सिहाग, लीलाधर जोशी, मोनिका सैनी, सविता राठी, सद्दाम हुसैन एवं पूर्व उप जिला प्रमुख सोहनलाल मेघवाल ने गाँधी टोपी तथा सूत की माला पहनकर अतिथियों का स्वागत किया।
पदमश्री कृष्णा पूनियां ने गाँधी दर्शन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के अपने सिद्धांत होते है। उन सिद्धांतो का पालन करते हुए वह अपने जीवन को समृद्ध, सकारात्मक, प्रभावी एवं आदर्श बना सकता है। हमें महात्मा गाँधी के जीवन से यह शिक्षा मिलती है कि सत्य और अहिंसा से किसी के मन को जीता जा सकता है। केवल शरीर को बलपूर्वक बंदी बनाया जा सकता है, मन को आकर्षित नहीं किया जा सकता।
युवाओं को आज के समय की ताकत बताते हुए उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त बालविवाह, छुआछूत एवं दहेज जैसी विभिन्न कुरीतियों एवं बेरोजगारी, जातिवाद तथा धर्मवाद जैसी सामाजिक बुराइयों को दूर करने में युवा पीढ़ी की भूमिका अहम है। आज के इस हिंसक दौर में आपसी भाईचारे, सहयोग एवं सांप्रदायिक सदभावना का विकास करते हुए हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा।
मुख्य प्रवक्ता प्रोफेसर सतीश रॉय ने गाँधी जीवन दर्शन पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि गाँधी कालजयी है। उनके सुझाए हुए हुए तीन तत्व सत्य, अहिंसा एवं प्रेम हमारे जीवन को आसान बना देते है। प्रेम सशक्त तत्व है। सत्याग्रह, असहयोग एवं भारत छोडो आंदोलन के जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सत्य की राह से असंभव को संभव कर दिखाया। इसी विचारधारा से नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने उन्हें महात्मा की उपाधि दी और उन्हें पूरे देश के जनमानस में स्वीकार किया गया।
उन्होंने गाँधी जी के जीवन दृष्टांतों का जीकर करते हुए कहा कि अफ्रीका में जब रंगभेद के कारण उन्हें ट्रेन से नीचे उतारा गया, परन्तु जब वे खड़े हुए तो गाँधी नहीं बल्कि महात्मा गाँधी थे। उसी बदलाव ने भारत की आजादी का रूपांतरण किया। इसी प्रकार से आज के युग में भी महात्मा गाँधी उतने ही प्रासंगिक है। हमें सांस्कृतिक एकता को मजबूत करते हुए सत्य, प्रेम एवं अहिंसा के साथ राजनीतिक लोकचेतना, जनसहयोग एवं आपसी भाईचारे को मजबूत बनाना है।
राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास आयोग अध्यक्ष पवन गोदारा ने राज्य सरकार द्वारा शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना पर राज्य सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि राज्य सरकार गाँधी जीवन दर्शन एवं विचारधारा को आगे बढ़ने में बहुत मेहनत से कार्य कर रही है। महात्मा गाँधी को भविष्य बताते हुए उन्होंने कहा कि आज के समय हिंसा और सांप्रदायिक भेदभाव के दौर में गाँधी जी के अनुयायियों एवं विचारकों का प्रभावी सहयोग अपेक्षित है। हमें महात्मा गाँधी के विचारों को बढ़ाना है, जिससे समाज को नई दिशा मिल सके।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने प्रशासन की ओर से उपस्थित सभी अतिथियों, विद्यार्थियों एवं गणमान्य नागरिकों का धन्यवाद देते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण सभी के लिए उपयोगी साबित होगा। इसमें ग्रामीण एवं शहरी अंचल के लोगों में गाँधीवादी विचारधारा का प्रसार होने से आपसी भाईचारे, सहयोग एवं सांप्रदायिक सद्भावना स्थापित होगी।
गाँधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक दुलाराम सहारण एवं उपखण्ड संयोजक रियाजत खान ने उपस्थित सभी अतिथियों को गाँधी जी की प्रतिमा भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि इतिहास गाँधी जी से होकर गुजरता है। इतिहास हमें आज भी सिखाता है कि सत्य ओर प्रेम से किसी भी प्रकार की लड़ाई जीती जा सकती है।
गाँधी प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविन्द ओला, प्रशिक्षक रूपेंद्र सिंह, सीएमएचओ मनोज शर्मा, रतनगढ़ एसडीएम अभिलाषा चौधरी एवं सरदारशहर एसडीएम ने विभागीय योजनाओं सहित गाँधी जीवन दर्शन पर व्याख्यान दिए।
महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी विनीत ढाका के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने तैयारियाँ कर प्रदर्शनी व रंगोली के माध्यम से गाँधी दर्शन को आमजन व प्रशिक्षणार्थियों तक पहुँचाने का प्रयास किया। तेजपाल,अयूब खान,महेन्द्र, सवाई सिंह व पंजीयन में कार्मिकों की अहम भूमिका रही। संचालन उम्मेद गोठवाल व कमल शर्मा ने किया।
गॉंधी जीवन दर्शन प्रदर्शनी एवं रंगोली का किया अवलोकन
कार्यक्रम के दौरान पदमश्री कृष्णा पूनियां, राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास आयोग अध्यक्ष पवन गोदारा, मुख्य प्रवक्ता सतीश रॉय तथा जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने ‘‘पाटी महात्मा गांधी की‘‘ पर आधारित गांधी जीवन दर्शन प्रदर्शनी एवं लोहिया महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा बनाई गई रंगोली का अवलोकन किया।
इस दौरान हरीश बुडानियां, सुबोध मासूम, जीतेन्द्र स्वामी, तेजपाल, सिराज जोइया, मुबारक भाटी, शेरखान, रफीक चौहान, आरिफ पीथीसर, लोहिया महाविद्यालय के विद्यार्थी, महिलाएं सहित अन्य मौजूद रहे।