बाजारों में हजारों महिलाओं व युवतियों की उमड़ी भीड़
पारंपरिक तरीके से मनाया गया शहर में गणगौर का त्यौंहार
शहर के 7 स्थानों पर कलाकारों ने दी सांस्कृति प्रस्तुतियां
सवारी के साथ पार्षदों सहित काफी संख्या में लोग रहे मौजूद
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] ‘ईसर जी तो पेचो बांधै गौरा बाई पेच संवारे ओ राज…’ एवं ‘राणी ने द्यो राजपाट, म्हान म्हारो सर्व सुहाग…’ जैसे भावनात्मक लोक गीतों के साथ नवविवाहिताएं, बालिकाएं तथा महिलाओं ने शुक्रवार को अपनी गणगौर का विसर्जन किया। शुक्रवार की सुबह महिलाओं ने गणगौर की पूजा की तथा शाम को शहर में नगरपालिका के तत्त्वावधान में गणगौर की सवारी निकाली गई। गढ़ परिसर में पालिकाध्यक्ष अर्चना सारस्वत, पूर्व विधायक हाजी मकबूल मंडेलिया, कांग्रेस नेता हेमंत सारस्वत, इंद्राज खीचड़, एसडीएम डॉ अभिलाषा, पूर्व पालिकाध्यक्ष संतोषकुमार इंदौरिया सहित कई पार्षदों ने ईसर एवं गणगौर की प्रतिमाओं का पूजन कर सवारी को रवाना किया, जो पश्चिमी बाजार, दास बालाजी मंदिर, अशोक स्तंभ, गढ़ का कुआ, रामचंद्र पार्क, स्वामियों का कुआ, अमर रामलीला मैदान, सूर्य सिनेमा एवं मोरी बाजार होती हुई पुन: गढ़ परिसर पहुंची। इन स्थानों पर हजारों महिलाओं ने गणगौर-ईसर के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। साथ ही कई महिलाओं ने घरों की छत पर खड़े होकर सवारी पर ज्वांरा की वर्षा की तथा पूजन स्थलों पर सवारी पर पुष्प वर्षा की गई। इस मौके पर पालिकाकर्मी, पार्षद, पंचायत समिति सदस्य, व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। सवारी के अंतर्गत चंग पार्टियों व झांकियों के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी। साथ ही ऊंट व घोड़ी ने भी विभिन्न करतब दिखाए। वहीं शहर के सात स्थानों पर चंग, ढप, राजस्थानी नृत्य, घूमर जैसे अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति सवारी के दौरान जारी रही। इस मौके पर काफी संख्या में महिलाएं इन स्थानों पर उपस्थित रही। गणगौर की सवारी के दौरान शहर के बाजारों का ट्रेफिक डायर्वट किया तथा सीआई सुभाष बिजारणियां सहित पुलिस जाप्ता सवारी के साथ तैनात था।