हजारों लोगों के हुजूम ने नम आंखों से दी शहीद को अंतिम विदाई
पिता के शव से लिपट लिपट कर पापा पापा कर रोई बेटी, शहीद को अंतिम विदाई देने आसमान से भी फूटी आंसुओं की धारा
झुंझुनू, शहीद हवलदार नरेश सिंह का आज अंतिम संस्कार उनके गांव बगड़ में किया गया। हजारों लोगों के हुजूम ने शहीद को नम आंखों से विदाई दी। शहीद की पार्थिव देह आज उनके बगड़ स्थित निवास पर पहुंची ,घर पर पहुंचते ही कोहराम मच गया शहीद की वीरांगना और उसकी बेटी का रो रो कर बुरा हाल हो गया। शहीद की बेटी पापा पापा करके बिलख कर रोई वही शहीद की मां का भी रो कर बुरा हाल हो गया। शहीद नरेश सिंह के 7 वर्षीय बेटे नमन ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। वहीं सेना की तरफ से शहीद के पिता को तिरंगा सौंपा गया। इससे पहले शहीद हवलदार नरेश सिंह का पार्थिव देह अल सुबह 4:00 बजे झुंझुनू बीडीके अस्पताल पहुंची। जहां पर उनकी पार्थिव देह को रखा गया। बीडीके अस्पताल से तिरंगा यात्रा के साथ शहीद की पार्थिव देह बगड़ पहुंची रास्ते में जगह-जगह लोगों ने शहीद को नमन किया। शहीद नरेश सिंह की पार्थिव देह दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा झुंझुनू पहुंची। वहीं जम्मू-कश्मीर से हवाई मार्ग द्वारा पार्थिव देह को दिल्ली लाया गया. दिल्ली में सेना के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हवलदार नरेश सिंह आर्मी की 7 पैरा एसएफ यूनिट में कूपवाड़ा स्थित चौकीबल में पोस्टेड थे। गुरुवार की रात को वे गश्त के दौरान बेहोश हो गए जिसके बाद उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शहीद नरेश की पत्नी सुदेश और बच्चे मानवी व नमन आगरा से बगड़ पहुंचे। शहीद नरेश सिंह मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के सागवान गांव से हैं। वहां से 10 साल पूर्व झुंझुनू जिले के बगड़ में जमीन लेकर उनका परिवार यही रहने लगा। जम्मू कश्मीर से पूर्व नरेश की पोस्टिंग आगरा में थी इसलिए उनका परिवार आगरा में ही रहता था। शहीद के अंतिम संस्कार में राज्य सरकार की तरफ से मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा, सांसद नरेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी उपस्थित रहे।