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आतंकीयों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ का जवान वीरगति को प्राप्त

घर पर महिलाओं का रो रो कर बुरा हाल

आज शाम पांच बजे बाद पैतृक गांव में शहीद की पार्थिव देह पहुंचने की सम्भावना

जाजोद(अरविन्द कुमार) जम्मू-कश्मीर के रेबन सोपोर में सीआरपीएफ के गश्ती दल पर बुधवार सुबह हुए आतंकी हमले में बावड़ी निवासी सीआरपीएफ का जवान दीपचंद वर्मा वीरगति को प्राप्त हो गए। सोपोर के मॉडल टाउन में सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग के दौरान आतंकवादियों की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई जिसमे तीन जवान और दो स्थानीय नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां पर उपचार के दौरान बावड़ी निवासी सैनिक दीपचन्द वर्मा वीरगति को प्राप्त हो गये।

  • दीपचंद 17 वर्ष पहले भर्ती हुए थे सीआरपीएफ में
    39 वर्षीय सैनिक दीपचंद वर्मा 179 वीं बटालियन में हैड कांस्टेबल के पद पर जम्मू कश्मीर में कार्यरत थे 4 मार्च 2003 को सीआरपीएफ में भर्ती हुए व 2004 में सरोज देवी के साथ शादी हुई थी सीआरपीएफ जवान के 8 वर्षीय दो जुड़वा पुत्र व एक 13 वर्षीय पुत्री है। आज गुरुवार को शहीद की पार्थिव देह 12.00 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से राजकीय सम्मान के साथ सड़क मार्ग से शाम 05.00 बजे रींगस पुलिस थाना पहुंचेगी वहां से उनके पैतृक गांव बावड़ी के लिए शहीद शहादत यात्रा निकलेगी। बावड़ी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
    -घर की महिलाओं का रो रो कर बुरा हाल
    जैसे ही घर की महिलाओं को जवान दीपचंद की वीरगति की सूचना मिली महिलाओं व बच्चों ने कोहराम मचा दिया। सैनिक के घर सहित आसपास के घरों में किसी ने भी चुल्हा नही जलाया। गांव के प्रतिष्ठान भी बंद रहे। गांव में जगह जगह लोग जवान दीपचंद की बहादुरी के ही किस्से सुना रहे थे।
    -जब आप ही नहीं रहे तो किसके भरोसे रहुं सरकारी क्वार्टर में
    सैनिक दीपचंद वर्मा की पत्नी सरोज अपने बच्चों के साथ अजमेर स्थित सीआरपीएफ की सरकारी क्वार्टर में रह रही थी जैसे ही शहादत की खबर मिली जवान की पत्नी विलाप करने लग गई जिसको बाद में सीआरपीएफ की सरकारी बस के माध्यम से बावड़ी गांव लाया गया जहां पर आते ही जवान की पत्नी व माँ बेहोश हो गई।

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