चुरूताजा खबर

आरोप और प्रत्यारोप के बीच हुई बजट बैठक

83 करोड़ आठ लाख रुपए का बजट हुआ पारित

पार्षदों ने इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में गबन का लगाया आरोप

जनहित मामलों में व्यवहार में कार्मिक करे बदलाव विधायक मनोज न्यागली

मंडल सदस्यों ने विधायक का किया अभिनंदन

चूरू, [सुभाष प्रजापत ] नगर पालिका मंडल की बजट बैठक आरोप ओर प्रत्यारोप के बीच नगर पालिका अध्यक्ष रजिया गहलोत की अध्यक्षता में हुई। बैठक में  83 करोड़ आठ लाख रुपए का  प्रस्तावित बजट वित्तीय वर्ष 2024, सर्वसम्मति से पारित किया गया।बजट प्रारंभ से पूर्व नवनिर्वाचित विधायक मनोज न्यांगली का सभी पार्षदों ने  स्वागत एवं अभिनंदन किया। बैठक में अधिशासी अधिकारी सुमेर सांगवान ने  बजट पटल पर रखा तो सभी पार्षद बजट पारित होने से पूर्व गत बैठक में बिना किसी स्वीकृति के पास किए गए एजेंडो को सदन में रखने की मांग करने लगे। आरोप और प्रत्यारोप के बीच बैठक में एक बार हंगामे की स्थिति बन गई।बैठक में महाराणा प्रताप चौक पर गंदे पानी की निकासी की समस्या का स्थाई समाधान करने, बस स्टैंड पर बिगड़ी व्यवस्थाओं में सुधार करने की मांग  इसके अलावा गत बैठक अपनी मनमर्जी से रखे गए एजेंडो का विरोध किया। विधायक मनोज न्यांगली ने शांत करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह जो बजट है इसमें जितने भी मद रखे गए हैं उसमें पिछली बार के मद एवं इस बार के मदो की तुलना की जावे और उसके बाद बजट पारित किया जाए जिस पर सभी पार्षद सर्व सम्मत हुए तथा विभिन्न मुद्दों पर चर्चाओं के बाद बजट को सर्वसम्मति से पारित किया गया। बैठक में पार्षदों द्वारा उठाए गए मुद्दों के मामले में नगरपालिका कार्मिक जवाब तक नहीं दे पाए ।नगर पालिका की बजट बैठक में नेता प्रतिपक्ष महेंद्र दिनोदिया ने नगर पालिका प्रशासन पर  भारी भरकम सरकारी खजाने को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि करोड़ों के विकास कार्यों का बजट स्वीकृत होकर उठा भी लिया गया जबकि धरातल पर विकास कार्य हुए ही नहीं उन्होंने बताया कि नगरीय विकास कर की वसूली बकाया पड़ी है। तीन माह से सफाई कर्मचारियों को देने के लिए तनखा नहीं है जबकि करोड़ों का भुगतान बिना कार्य के किया जा रहा है। ।दिनोदिया ने मुख्य आरोप लगाते यह भी बताया कि पटो की आवेदन पत्रावलियों हेतु विज्ञप्ति सादुलपुर में आने वाले अखबार में नहीं प्रकाशित कर अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए जयपुर के अखबारों में प्रकाशित की जाती है जिनका यहां कोई लेनदेन नहीं होता ना ही वह अखबार यहां आते हैं जिससे आपत्तियां भी नहीं आती तथा अपने लोगों के गुपचुप में पट्टे जारी कर अपार नुकसान पहुंचाया जा रहा है।

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