साइलेज सभी ऋतुओ में तैयार किया जा सकता है| हरी फसले कोमल औए रसपूर्ण अवस्था में उपलब्ध होने से पाचक…
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दुधारू पशुओ के थन में सूजन, कडापन और दर्द “थनैला” रोग के लक्षण होते हैं| थनैला रोग के अलग अलग…
Read More »श्रेष्ठ नस्ल के पशु को अनुकूलित वातावरण में रखकर संतुलित आहार दिया जाये तो अधिकतम दुग्ध उत्पादन प्राप्त किया जा…
Read More »19वीं पशुगणना के अनुसार राजस्थान में 2.16 करोड़ बकरियां हैं, जो की देश में सर्वाधिक हैं| राजस्थान में बकरियों की…
Read More »सबसे पहले तो वेटरनरी डॉक्टर के पास जाकर कुत्ते का ”टीकाकरण एवं स्वास्थ्य कार्ड” बनवाये जिसमे कुत्ते से सम्बंधित सम्पूर्ण…
Read More »अधिक मात्रा में दुग्ध उत्पादन प्राप्त करने हेतु मुख्य कारको में अच्छी नस्ल का पशु, संतुलित आहार का प्रयोग, उत्तम…
Read More »गर्मियों में वातावरण के तापमान में वृद्धि हो जाती है, जिससे तापमान पशुओ के लिए आवश्यक ‘थर्मोन्यूट्रल जोन’ से अधिक…
Read More »देश में ऊंटों की संख्या में राजस्थान प्रथम स्थान पर है| 19वीं पशुगणना के अनुसार राजस्थान में लगभग 3.25 लाख…
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