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551 कलश व 551 निशान के साथ निकली मूर्ति दर्शन शोभायात्रा

प्राचीन श्री नृसिंह मंदिर जीर्णोद्धार व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तहत

दांता [प्रदीप सैनी ] कस्बे के श्री खेड़ापति बालाजी धाम के पीछे तालाब रोड़ पर स्थित प्राचीन श्री नृसिंह मंदिर जीर्णोद्धार व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तहत दूसरे दिन गुरुवार को कलश निशान के साथ मूर्ति दर्शन शोभायात्रा का आयोजन हुआ। आज गुरुवार को सुबह दांता के निम्बार्क आश्रम में 551 कलशों व 551 निशान ध्वजों की पूजा की गई और पूजन के बाद यहां से 551 कलशों व 551 निशान ध्वजों के साथ मूर्ति दर्शन शोभायात्रा रवाना हुई जो मूर्ति को कस्बे के मुख्य मार्गों से नगर भ्रमण करवाते हुए श्री नृसिंह मंदिर पहुंची। जहां महिलाओं ने कलश चढ़ाकर व निशान पदयात्रियों ने निशान अर्पण करने के बाद शीश नवाकर मनौतियां मांगी। यात्रा के मंदिर प्रांगण पहुंचने पर महिलाओं को फलाहार व जलपान दिया गया। यात्रा का कारवां करीबन एक किलोमीटर तक की दूरी में चल रहा था। यात्रा में बैंड बाजे की सुमधुर धुनों के साथ बच्चे, महिलाएं व पुरूष नाचते गाते झूमते हुए चल रहे थे। यात्रा का जगह जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। वहीं सेवाधारियों द्वारा अनेक स्थानों पर जलपान की व्यवस्था की गई। दोपहर सवा बारह बजे विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा किल्हदेवाचार्य लोहागर्ल पीठाधिपति श्री श्री 1008 श्री भरतरामदास महाराज टीलाधाम खाचरियावास के सानिध्य में भगवान नृसिंह की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस दौरान विश्व गुरु अंतरराष्ट्रीय संत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर महेश्वरानंद महाराज कैलाश धाम, किल्हदेवाचार्य लोहागर्ल पीठाधिपति श्री श्री 1008 श्री भरतरामदास महाराज टीलाधाम खाचरियावास, श्री बृजमोहनदास महाराज लोहालंगडी अयोध्या धाम, श्री रामकिशोरदास महाराज दौलपुरा बगीची व श्री राधासर्वेश्वरदास महाराज निंबार्क आश्रम सहित अनेक संत मौजूद रहे। इसके बाद विभिन्न पंड़ितों के मंत्रोच्चार द्वारा 11 कुण्डीय हवन यज्ञ हुआ। जिसमें मंदिर के पुजारी रमाप्रकाश शर्मा व मुख्य यजमान बजरंग सिंह भाऊ सहित यज्ञ में शामिल अनेक यजमानों ने हवन पूर्णाहुतियां दी। दोपहर से महाप्रसाद भंडारा शुरू हुआ जो देर शाम तक लगातार चलता रहा। मंदिर परिसर को रंगीन लाइटों, झालरों व गुब्बारों से सजाया गया हैं। श्री खेड़ापति बालाजी नवयुवक मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को प्रातः 9:15 बजे भगवान नृसिंह का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। रात्रि 7:15 बजे से महाआरती होगी।

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