भारत रत्न पुरुषोत्तम दास टंडन और संविधान सभा की सदस्य बेगम एजाज रसूल को भी किया याद
सूरजगढ़, आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में और कांग्रेस प्रदेश सेक्रेटरी पूर्व उपप्रधान रणधीर सिंह बुडानिया के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाली स्वतंत्रता सेनानी कमला नेहरू की जयंती मनाई। 1 अगस्त 1899 को कमला नेहरू का जन्म हुआ था और 1 अगस्त 1920 को महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया था। कमला नेहरू ने असहयोग आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया था और महिलाओं को भी आंदोलन से जोड़ा था। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि कमला नेहरू एक निडर और निर्भीक स्वतंत्रता सेनानी थी। कमला नेहरू राष्ट्रीय आंदोलन में हरिलाल गांधी के साथ शामिल थीं और जल्द ही सबसे आगे उभरकर सामने आई। वह पूरे भारत में महिला समूहों के बीच इतनी लोकप्रिय हो गई कि उन्हें स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियों में शामिल होने के लिए दो अतिरिक्त अवसरों पर सरोजिनी नायडू, कमला नेहरू की मां और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कई अन्य महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया गया। 1930 में नमक आंदोलन में लेने पर भी कमला नेहरू को जेल भेजा गया। आजादी की लड़ाई के दौरान कमला नेहरु बहुत समय तक महात्मा गाँधी के आश्रम में भी रहीं। यहाँ वो गाँधी जी की धर्मपत्नी कस्तूरबा गाँधी के संपर्क में आयीं। इसी दौरान उनकी मित्रता जय प्रकाश नारायण की पत्नी प्रभावती देवी से भी हो गयी थी। जयप्रकाश नारायण उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए थे, उस दौरान प्रभावती देवी गाँधी जी के आश्रम में ही रहीं। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन और संविधान सभा की सदस्य बेगम एजाज रसूल को भी याद किया। इस अवसर पर जीणी सरपंच अमीलाल भड़िया, रणधीर सिंह बुडानिया, धर्मपाल गांधी, रणवीर सिंह ठेकेदार, विक्रम घूमनसर, रवि कुमार, सुनील गांधी, दिनेश आदि अन्य लोग मौजूद रहे।