पाकिस्तान की गौरी मेहविश को चूरू के छोरे रहमान से हुआ प्यार
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] प्यार को कोई सरहद रोक नहीं सकती, ना ही उसे किसी बंधन में बांधा जा सकता है। अब रील लाइफ जैसी स्टोरी रियल लाइफ में सच होने लगी है। वही अभी तक तो सिर्फ प्यार ही सोशल मीडिया से होता था लेकिन अब बात और भी हाईटेक होने तक पहुंच गई है जिसके चलते शादी भी ऑनलाइन होने लगी है। पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली मेहविश ने सारे बंधन तोड़कर चूरू जिले के गांव पिथिसर के दो बच्चों के पिता रहमान से ऑनलाइन ही निकाह कर लिया। वह शनिवार को अपने ससुराल पहुंची है। इस्लामाबाद की रहने वाली मेहविश ने प्यार के लिए अपने 2 बच्चों को छोड़ दिया। वहीं, रहमान के भी 2 बच्चे हैं। रहमान की पहली पत्नी फरीदा बच्चों सहित अपने पीहर भादरा रह रही है। मेहविश को उसके ससुराल वाले बाघा बॉर्डर से लेकर रतननगर थाने पहुंचे हैं, जहां पाकिस्तान कि इस दुल्हन से पूछताछ कर दस्तावेजों की जांच की जा रही है।पाकिस्तानी दुल्हन मेहविश (25) ने बताया- वह पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली है। जब मैं 2 साल की थी तो मां का देहांत हो गया और करीब 15 साल पहले उसके पिता जुल्फीकार का भी इंतकाल हो गया। 12 साल पहले वह अपनी बहन साहिमा के पास इस्लामाबाद आ गई थी। जहां उसने 2 महीने तक ब्यूटी पार्लर का काम सीखा। वह पिछले 10 साल से ब्यूटी पार्लर का काम कर रही है। साल 2006 में बादामी बाग के एक व्यक्ति से शादी हुई थी। उसके पहले पति से दो बेटे हैं, जिनकी उम्र 12 साल और 7 साल है। शादी के बाद उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली। महविश का पहले पति से 2018 में तलाक हुआ था।मेहविश ने बताया- जब वह अकेले जिंदगी बिता रही थी उस वक्त उसकी इमो पर चूरू के गांव पिथिसर निवासी रहमान (30) से जान पहचान हुई। दोनों मोबाइल पर बातें करने लगे और इनका प्यार परवान चढ़ने लगा। महविश ने अपने बहन और बहनोई से बातचीत कर रहमान को शादी के लिए प्रपोज कर दिया। प्रपोज करने के 3 दिन बाद साल 2022 में मेहविश ने रहमान से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शादी कर ली। उस वक्त रहमान कुवैत में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय कर रहा था। साल 2023 में मेहविश उमरा गई, जहां रहमान भी पहुंच गया और दोनों ने मक्का में निकाह कर लिया।चूरू के रतन नगर थाना अंतर्गत गांव पिथिसर का रहने वाला रहमान कुवैत में ट्रांसपोर्ट का कार्य करता है। दो भाइयों में रहमान बड़ा है। उसका छोटा भाई सलीम गांव में ही रहता है, जो खेती-बाड़ी और परचून की दुकान चलाता है। रहमान का पिता अली शेर पशुपालक और खेती-बाड़ी करते हैं। रहमान की शादी साल 2011 में भादरा की फरीदा के साथ हुई थी। रहमान के दो बच्चे हैं। शादी के बाद रहमान की अपनी पत्नी से अनबन हो गई। फिलहाल फरीदा अपने पीहर भादरा में रह रही है।रहमान ने वर्ष 2023 में कुवैत में रहने के दौरान लाहौर की मेहविश से निकाह कर लिया था। इसके बाद रहमान और महविश ने अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाली तब परिवार के लोगों को पता लगा कि रहमान ने दूसरी शादी कर ली है।
दोनों ने इंस्टा पर अपनी निकाह के बाद की रील भी बना रखी है, जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुकी है।मेहविश ने बताया- वह इस्लामाबाद से 25 जुलाई की शाम 7 बजे अपने परिवार के साथ रवाना हुई थी। परिवार के लोग उसे बाघा बॉर्डर पर अकेला छोड़कर चले गए, जहां पाकिस्तान सेना और भारतीय सेना ने उसके दस्तावेजो की जांच पड़ताल की। मेहविश 45 दिनों के टूरिस्ट वीजा पर भारत आई है। सरहद पर खड़े ससुराल के लोग उसे निजी वाहन से लेकर रवाना हुए और फिर सरदारशहर में एक रात रुककर उसे गांव पिथिसर ले आए।जब ससुराल के लोग महविश को रतन नगर थाना लेकर आए तब थानाधिकारी जयप्रकाश ने मेहविश से गहनता से पूछताछ की और उसके पासपोर्ट, वीजा आदि दस्तावेजों की जांच की। जब पासपोर्ट में लगी फोटो देखकर थानाधिकारी ने कहा कि क्या यह फोटो तुम्हारी है तो मेहविश ने जवाब दिया पाकिस्तान की सरकार झूठ नहीं बोलती यह फोटो मेरी है। तब उसने अपना मास्क उतार कर चेहरा दिखाया। शेखावाटी लाइव के लिए चूरू से सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट