प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत के कार्यक्रम के दौरान हुआ घटनाक्रम
झुंझुनू, झुंझुनू जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत कल पहली बार प्रभारी मंत्री बनने के बाद झुंझुनू के दौरे पर आए थे और उनका पहला ही दौर बवाल की भेंट चढ़ गया यह कहे तो भी अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि इसी इससे जुडा हुआ एक घटनाक्रम सामने निकल कर आ रहा है। जिसमें झुंझुनू शहर के एक निजी रेस्टोरेंट में प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत का कार्यक्रम था, इसी दौरान नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विक्रम सिंह जाखल और एक व्यक्ति का किसी बात को लेकर कुछ विवाद हो गया। इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया है जिसमें दिखाई पड़ रहा है कि नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल उस व्यक्ति का गिरेबान पकड़े हुए हैं वहीं एक दूसरा सफेद पोश व्यक्ति उसके ऊपर दनादन तमाचे बरसाए जा रहा है। हालांकि अभी तक यह घटनाक्रम किस बात को लेकर हुआ इसकी अधिकृत जानकारी तो नहीं आई है ना ही तमाचे लगाने वालों की तरफ से और ना ही तमाचे खाने वाले की तरफ से। लेकिन इस वीडियो में जो भाजपा के नेता या पदाधिकारी दिखाई दे रहे हैं जब उनसे बातचीत की गई तो उनका कहना था कि वह व्यक्ति नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल की जेब में हाथ डालने का प्रयास कर रहा था जिसके चलते यह पूरा वाक्या घटित हुआ लेकिन इन पदाधिकारियों से भी जब अलग-अलग बातचीत की गई तो काफी विरोधाभासी बातें भी निकल कर सामने आई। जैसे एक ने बताया कि वह व्यक्ति विधायक की जेब में हाथ डालने का प्रयास कर रहा था जिसके चलते यह पूरा घटनाक्रम हो गया वहीं जब उनसे पूछा गया की मौके पर जब पुलिस उपस्थित थी तो उसको पुलिस को क्यों नहीं सौंपा गया तो उन्होंने तर्क दिया कि वह मौका देखकर वहां से फरार हो गया लेकिन जब दूसरे भाजपा नेता से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि यह घटनाक्रम होने के बाद में उसको पुलिस को सौंप दिया गया। इस मामले को लेकर जब कोतवाली थाना अधिकारी पवन कुमार चौबे से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि ऐसा हमारे पास कोई मामला नहीं आया है।
वही जो यह पूरा घटनाक्रम प्रभारी मंत्री की उपस्थिति में घटित हुआ है इसका खुलासा तो पीड़ित व्यक्ति ही सामने आकर कर सकता है कि वास्तव में क्या घटनाक्रम था लेकिन इस तरीके से एक विधायक द्वारा व्यक्ति का गिरेबान पकड़ना और मंत्री और विधायक की उपस्थिति में व्यक्ति के ऊपर तमाचे बरसाए जाना एक तरह से राजनीतिक दबंगई ही कही जा सकती है क्योंकि मान लीजिए यदि वह व्यक्ति जेबतराश था तो भी उसको पुलिस को ही सौंपने की आवश्यकता थी न की कानून को अपने हाथ में लेने की। यह तो हाल उन लोगों का है जो विपक्षी पार्टी के तत्कालीन विधायक पर विधानसभा क्षेत्र में दबंगई के आरोप लगाते हुए कुछ समय पूर्व ही चुने गए हैं। वहीं पूरा घटनाक्रम के ऊपर किसी भी प्रकार के तर्क देकर उसका पटाक्षेप नहीं किया जा सकता क्योंकि कहीं ना कहीं इसमें यह मैसेज साफ दिखाई दे रहा है सरकार हमारी, हम ही विधायक हम जो चाहे वह करें मेरी मर्जी। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू