कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
चुरु, (दीपक सैनी) सरकार की कमजोर वित्तीय स्थिति दर्शाते हुए तकनीकी कर्मचारी व अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों की हर माह एक दिन की वेतन कटौती की सरकार की मंशा के खिलाफ कर्मचारियों ने आज मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान 16 दिवस की तनख्वाह काटी गई, उसकी अभी तक सरकार की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई। सम्पूर्ण लॉकडाउन में तकनीकी कर्मचारियों ने लाइन, लीकेज व जल सप्लाई का कार्य सुचारु रुप से किया, जनता को परेशान नहीं होने दिया। साथ ही तकनीकी कर्मचारियों को आवश्यक सेवाओं में न मानकर 50 लाख बीमा में भी शामिल नहीं किया गया। कोविड-19 के तहत सभी कर्मचारी संगठनों द्वारा एक दिन के वेतन कटौती की स्वेच्छा से घोषणा की थी, उस पर भी सरकार ने 3 दिवस का वेतन काटा। अब सरकार वित्तीय स्थिति का हवाला देकर कर्मचारियों के एक दिवस का वेतन हर माह काटने पर आमादा है। तकनीकी कर्मचारी व अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों को अत्यधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तथा ना ही सरकार का कर्मचारियों के प्रमोशन व उनकी मांगों पर ध्यान दिया जा रहा है। ऊपर से एक दिन का वेतन कटौती के आदेश देने पर आमादा है। कर्मचारियों की समस्या पर ध्यान देते हुए कर्मचारी हितों को ध्यान में रखते हुए वेतन नहीं काटे, नहीं तो संगठन को मजबूर होकर आदोलन की राह पर जाना होगा। इस अवसर पर रिछपाल सिंह चारण संघर्ष समिति जिलाध्यक्ष, फूल सिंह अध्यक्ष सुजानगढ़, श्रवण कुमार तंवर महामंत्री सुजानगढ़, मदनलाल स्वामी जिला महामंत्री, कमल कुमार वर्मा, जिला उपाध्यक्ष, प्रमोद कुमार शर्मा शाखा अध्यक्ष, लीलाधर प्रजापत शाखा महामंत्री, बाबूलाल रैगर जिला चूरु, खंड अध्यक्ष विनोद कुमार, महामंत्री मनीष कुमार वर्मा, दीपचंद वरिष्ठ कार्यकर्ता तारानगर आदि ने मिलकर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।